Friday, December 28, 2018

भारत ने दूसरे दिन 443/7 पर पारी घोषित की, ऑस्ट्रेलिया में 4 साल बाद 400 से ज्यादा रन बनाए

भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में बिना विकेट खोए आठ रन बना लिए हैं। एरॉन फिंच तीन और मार्क्स हैरिस पांच रन बनाकर नाबाद हैं। इससे पहले कप्तान विराट कोहली ने सात विकेट पर 443 रन के स्कोर पर भारतीय पारी घोषित की। उस समय रोहित शर्मा 63 रन बनाकर नाबाद थे। ऑस्ट्रेलिया की ओर से पैट कमिंस ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए। मिशेल स्टार्क दो, जबकि जोश हेजलवुड और नाथन लियोन 1-1 विकेट लेने में सफल रहे।

दूसरे दिन ही पारी घोषित करने की एक वजह यह भी
कप्तान विराट कोहली ने रविंद्र जडेजा के आउट होते ही पारी घोषित की। उस समय टीम इंडिया का स्कोर 443/7 था। विराट ने बुधवार को टॉस जीतने के बाद कहा था कि इस पिच पर तीसरे और चौथे दिन बल्लेबाजी करना आसान नहीं होगा।

ऑस्ट्रेलिया को भारत की बराबरी करने के लिए कम से कम पांच सत्र यानी तीसरे और चौथे दिन कम से कम चायकाल तक बल्लेबाजी करनी होगी। इसके बाद मैच खत्म होने में चार सत्र बचेंगे। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के लिए यह लगभग असंभव होगा कि वह इतने समय में भारतीय पारी समेटकर जीत के लिए जरूरी रन भी बना ले। इन समीकरणों को देखते हुए कहा जा सकता है कि विराट ने सही फैसला लिया है।

भारत ने ऑस्ट्रेलिया में 18वीं बार 400 से ज्यादा रन का आंकड़ा पार किया

भारत ने इस टेस्ट में 400 से ज्यादा रन बनाए। उसने ऑस्ट्रेलिया में करीब चार साल बाद टेस्ट में 400 रन का आंकड़ा पार किया। इससे पहले उसने छह जनवरी 2015 को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर हुए टेस्ट में 475 रन बनाए थे। भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया में 18वीं 400 से ज्यादा रन बनाए हैं। भारत का ऑस्ट्रेलिया में हाइएस्ट स्कोर सात विकेट पर 705 रन है, जो उसने जनवरी 2004 में सिडनी में बनाया था। टीम इंडिया ने विदेश में 17 महीने बाद 400 से ज्यादा रन का स्कोर किया है। उसने पिछले साल अगस्त में कैंडी स्टेडियम में श्रीलंका के खिलाफ 487 रन बनाए थे।

पहले सत्र में भारत का कोई विकेट नहीं गिरा
भारत ने पहले दिन दो विकेट पर 215 रन बनाए थे। गुरुवार को उसकी शुरुआत अच्छी रही। उसका लंच तक स्कोर दो विकेट पर 277 रन था। लंच और चायकाल के बीच चेतेश्वर पुजारा (106) और कोहली (82) आउट हुए। चायकाल के समय भारत का स्कोर 346/4 था। दूसरे सत्र में कोहली ने पुजारा के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 170 रन जोड़े। उनके आउट होने के बाद टीम के खाते में छह रन ही जुड़े थे कि पैट कमिंस ने पुजारा को बोल्ड कर दिया।

तीसरे सत्र में भारत के तीन विकेट गिरे

चायकाल के बाद भारत ने 97 रन बनाए और अजिंक्य रहाणे, ऋषभ पंत और रविंद्र जडेजा के रूप में तीन विकेट गंवाए। रहाणे और रोहित ने पांचवें विकेट के लिए 62 रन जोड़े। रहाणे की जगह ऋषभ ने ली। ऋषभ और रोहित ने भारत के स्कोर 400 के पार पहुंचाया। दोनों ने छठे विकेट के लिए 76 रन जोड़े। ऋषभ के आउट होने के छह रन बाद जडेजा भी चार रन के निजी स्कोर पर पवेलियन लौट गए। इसके साथ ही विराट ने पारी घोषित कर दी।

तीसरा विकेट : मिशेल स्टार्क की इस गेंद को विराट कोहली ने ऊपर से खेलने की कोशिश की। हालांकि, गेंद पूरी तरह से उनके बल्ले पर आई नहीं और थर्ड मैन पर खड़े एरॉन फिंच ने आसान कैच लपक लिया। उस समय टीम का स्कोर 293 रन था।

चौथा विकेट : पैट कमिंस की इस गेंद को पुजारा सही से जज नहीं कर पाए। उन्होंने इसे खेलने की कोशिश की, लेकिन नीची रहती गेंद उनके बल्ले का भीतरी किनारा लेते हुई विकेट से जा लगी।

पांचवां विकेट : नाथन लियोन की यह गेंद रहाणे की उम्मीद के विपरीत नीचे रही। रहाणे ने पीछे आकर गेंद को फ्लिक करने की कोशिश की, लेकिन गेंद घूमी और उनके पैड पर जा लगी। अंपायर ने आउट दे दिया।

छठा विकेट : मिशेल स्टार्क की इस गेंद पर ऋषभ ने छक्का मारने की कोशिश की। हालांकि, गेंद पर पूरी तरह से आई नहीं और काफी ऊंची उठ गई। गली में उस्मान ख्वाजा ने उनका कैच पकड़ लिया। 

सातवां विकेट : ऋषभ के आउट होने पर रविंद्र जडेजा ने क्रीज संभाली। जडेजा ने हेजलवुड की पहली ही गेंद को सीमा रेखा के पार भेज दिया। अगली गेंद पर उन्होंने कोई रन नहीं लिया। तीसरी गेंद बाउंसर थी। जडेजा ने बचने की कोशिश की, लेकिन गेंद उनके ग्लब्स को छूती हुई विकेटकीपर टिम पेन के हाथों में समा गई।

रोहित ने लगाई 10वीं फिफ्टी
रोहित शर्मा ने टेस्ट करियर का 10वां अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने टेस्ट में छह पारियों के बाद 50 से ज्यादा का स्कोर किया है। उन्होंने आखिरी बार पिछले साल दिसंबर में दिल्ली में श्रीलंका के खिलाफ खेले गए टेस्ट में 50 रनों की नाबाद पारी खेली थी। उन्होंने विदेश में भी छह पारियों के बाद 50 से ज्यादा रन बनाए। उन्होंने अगस्त 2016 में ग्रास आइलेट मैदान पर वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट में 50 रन की पारी खेली थी। उसके बाद से उनकी विदेश में यह पहली अर्धशतकीय पारी है।

द्रविड़ से आगे निकले विराट
विराट कोहली एक कैलेंडर ईयर में विदेशी जमीन पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बने। वे 82 रन बनाकर आउट हुए। उनके इस साल अब तक 11 मैच में 1138 रन हो गए हैं। उन्होंने राहुल द्रविड़ का रिकॉर्ड तोड़ा। द्रविड़ ने 2002 में 1137 रन बनाए थे। हालांकि, वे ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले भारतीय बनने से रह गए। उनके और सचिन तेंडुलकर दोनों ने ऑस्ट्रेलिया में अब तक 6-6 शतक लगाए हैं।

Wednesday, December 19, 2018

IPL में उतरने से पहले ही बंगाल के इस क्रिकेटर ने बना लिया रिकॉर्ड

आईपीएल 2019 के लिए मंगलवार को हुई नीलामी में एक ऐसे क्रिकेटर पर बोली लगी, जो मैदान पर उतरने से पहले ही रिकॉर्ड बुक में शामिल हो गया. अब वह विराट कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) का ड्रेसिंग रूम एबी डिविलियर्स जैसे धुरंधरों के साथ साझा करेगा.

दरअसल, 16 साल 54 दिन (नीलामी के दिन की उम्र) के लेग स्पिनर प्रयास रे बर्मन को आरसीबी ने 1.5 करोड़ रुपये में खरीदा है. वह आईपीएल नीलामी में खरीदे जाने वाले सबसे कम उम्र के क्रिकेटर हैं. बंगाल की ओर से खेलने वाले बर्मन ने अब तक लिस्ट-ए के 9 मैचों में 11 विकेट चटकाए हैं.

खिलाड़ियों पर हुई पैसों की बारिश, ये हैं टॉप 10

सबसे कम उम्र में आईपीएल खेलने के रिकॉर्ड की बात करें, तो किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से 2018 में अफगानी ऑफ स्पिनर मुजीब उर रहमान (मुजीब जादरान) ने 17 साल 11 दिन की उम्र में पहली बार मैदान पर कदम रखा था. भारत के सरफराज खान ने 2015 में आईपीएल डेब्यू 17 साल 177 दिन की उम्र में किया था.

उधर, हिमाचल प्रदेश के तूफानी क्रिकेटर पंकज जायसवाल को मुंबई इंडियंस ने खरीदा है. रणजी में धमाकेदार अर्धशतक की वजह से तीन बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस ने उन्हें चुना. मुंबई ने 23 साल के इस बॉलिंग ऑलराउंडर को उसके बेस प्राइस 20 लाख में खरीदा है.

हिमाचल प्रदेश के इस खिलाड़ी ने पिछले रणजी सत्र के दौरान धर्मशाला में गोवा के खिलाफ 16 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया था, जो इस टूर्नामेंट के इतिहास की दूसरी सबसे तेज फिफ्टी है. उन्होंने 20 गेंदों में 63 रनों की तूफानी पारी खेली थी.

रणजी रिकॉर्ड की बात करें, तो सबसे तेज फिफ्टी का रिकॉर्ड जम्मू-कश्मीर के बंदीप सिंह के नाम है. उन्होंने 2015 में त्रिपुरा के खिलाफ 15 गेंदों में अर्धशतक जमाया था.

जबकि मंगलवार को सेंसेक्‍स 190 अंकों की बढ़त के साथ 35,150 के स्‍तर पर बंद हुआ तो निफ्टी करीब 61 अंक बढ़कर 10,550 के स्‍तर पर आ गया. हालांकि सोमवार को सेंसेक्‍स 713.53 अंक यानी 2 फीसदी टूटकर 34,959.72 के स्‍तर पर बंद हुआ था जबकि निफ्टी 205.25 अंक यानी 1.92 फीसदी टूटकर क्रमशः 10,488.45 के स्‍तर पर रहा.

बता दें कि बीते सप्‍ताह आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्स 35 अंक बढ़त के साथ 35,963  के स्‍तर पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 10, 805 पर रहा. गुरुवार को सेंसेक्स में 150.57 अंकों की बढ़त दर्ज की गई और 35,929.64  के स्‍तर पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 53.95 अंकों की तेजी के साथ 10,791.55 पर बंद हुआ. बुधवार को सेंसेक्स 629 अंक बढ़कर 35779 के स्तर पर बंद हुआ. मंगलवार को सेंसेक्‍स 190 अंकों की बढ़त के साथ 35,150 के स्‍तर पर बंद हुआ. हालांकि सोमवार को सेंसेक्‍स 713.53 अंक यानी 2 फीसदी टूटकर 34,959.72 के स्‍तर पर रहा .

सीपीएम सांसद ई करीम ने 500 रूपये और एक हजार रुपये के पुराने नोट वापस लेने, नष्ट करने और नये नोट जारी करने पर रिजर्व बैंक की ओर से खर्च की गयी धनराशि साथ ही नोटबंदी के दौरान बैंकों में नोट बदलने वालों की लाइन में लगे लोगों की मौत का ब्योरा मांगा था. इसके जवाब में जेटली ने बताया कि रिजर्व बैंक ने नोटबंदी के बाद नये नोटों की छपाई पर हुआ व्यय अपनी लेखा रिपोर्ट में अलग से नहीं दर्शाया है.

Thursday, December 6, 2018

रेटिंग एजेंसी फिच ने देश की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 7.4% से घटाकर 7.2% किया

ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फिच ने भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 7.4% से घटाकर 7.2% कर दिया है। चालू वित्त वर्ष (2018-19) के लिए यह अनुमान जारी किया गया है। भारत में ज्यादा लागत और नकदी की कम उपलब्धता की वजह से फिच ने अनुमान घटाया है।

साल 2020-21 में ग्रोथ रेट 7.1% रहने की उम्मीद
फिच के मुताबिक अगले वित्त वर्ष (2019-20) में भारत की विकास दर 7% और साल 2020-21 में 7.1% रहने की उम्मीद है। रेटिंग एजेंसी ने जून में 2019-20 के लिए 7.5% ग्रोथ का अनुमान जारी किया था।

फिच का कहना है कि भारत की जीडीपी के आंकड़े उम्मीद के मुताबिक नहीं रहने और बाजार में नकदी की कमी को देखते हुए अनुमान घटाया गया है। जुलाई-सितंबर में भारत की जीडीपी ग्रोथ 7.1% रही। अप्रैल-जून में यह 8.2% थी।

रेटिंग एजेंसी का कहना है कि अगले साल होने वाले आम चुनावों को देखते हुए उम्मीद है कि भारत की वित्तीय नीतियां लगातार ग्रोथ को बढ़ावा देने वाली होंगी। फिच के मुताबिक साल 2019 के आखिर तक डॉलर के मुकाबले रुपया 75 तक गिर सकता है।

शेयर बाजार गुरुवार को लगातार तीसरे दिन नुकसान में रहा। सेंसेक्स 572.28 अंक की गिरावट के साथ 35,312.13 पर बंद हुआ। इंट्रा-डे में यह  35,266.76 तक फिसल गया। निफ्टी की क्लोजिंग 181.75 प्वाइंट नीचे 10,601.15 पर हुई। कारोबार के दौरान इसने 10,588.25 का निचला स्तर छुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजारों से कमजोर संकेतों और रुपए में गिरावट जैसी घरेलू वजहों से बाजार में दबाव बढ़ा।

बीएसई, एनएसई के सभी सेक्टर इंडेक्स गिरावट में रहे
सन फार्मा को छोड़ सेंसेक्स के बाकी 29 शेयर नुकसान में रहे। रिलायंस इंडस्ट्रीज 2.72%, यस बैंक 3% और भारती एयरटेल 2.67% लुढ़क गए। निफ्टी के 50 में से 46 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए।

रिजर्व बैंक ने बुधवार को बताया कि रिटेल लोन को एमसीएलआर की बजाय दूसरे मानक से जोड़ा जाएगा। इस वजह से बैंकिंग शेयरों में बिकवाली बढ़ी। तेल प्रोडक्शन घटने की आशंका से मेटल और तेल कंपनियों के शेयरों में दबाव बढ़ा। ओपेक की बैठक में तेल उत्पादन कम करने का फैसला लिया जा सकता है।

Monday, November 26, 2018

असदउद्दीन ओवैसी वादे करने से इतना क्यों डरते हैं?

चुनाव के दौरान किसी भी पार्टी के लिए यह आम प्रक्रिया होती है कि वो घोषणापत्र के ज़रिए जनता को अपनी भावी योजनाओं और पेशकशों के बारे में बताए.

लेकिन, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएमआईएम) के मामले में ऐसा नहीं है. एमआईएमआईएम को ज़्यादातर लोग एमआईएम कहते हैं.

एमआईएमआईएम 90 साल पुरानी पार्टी है लेकिन इसके पास अपना घोषणापत्र नहीं है. इस पार्टी का मुख्य कार्यालय हैदराबाद, तेलंगाना में है.

7 दिसंबर, 2018 को तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनावों में इसके उम्मीदवार बिना घोषणापत्र के मैदान में खड़े हैं.

चुनाव आयोग ने एआईएमआईएम को क्षेत्रीय पार्टी की मान्यता दी है और अभी तक इसने अपना घोषणापत्र जारी नहीं किया है.

झूठे वादों पर यक़ीन नहीं
घोषणापत्र जारी न करने को लेकर पार्टी के नेताओं का कहना है कि पार्टी लोगों की भलाई के लिए काम करने पर भरोसा करती है न कि घोषणापत्र जारी के करके झूठे वादे करने में.

ओवैसी कहते हैं, ''हमें अपने कामों के ज़रिए पहचान मिलेगी न कि काग़ज़ों पर योजनाएं बनाकर. राजनीतिक दल लोगों को धोखा देने के लिए घोषणापत्र का इस्तेमाल करते हैं इसलिए हम उन पर भरोसा नहीं करते.''

इसी सवाल पर एमआईएम के नेता शरत नालिगंती कहते हैं, ''जब हम लोगों के बीच रहते हैं और उनके कल्याण के लिए काम करते हैं तो घोषणापत्र की क्या ज़रूरत है.''

बीबीसी से बात करते हुए उन्होंने कहा, ''हमारी पार्टी की नीति झूठे आश्वासन देना और बाद में उन्हें पूरा न कर पाने पर लोगों से भागना नहीं है.''

शरत नालिगंती ने साल 2014 के चुनावों में अंबर पेटी से बीजेपी अध्यक्ष किशन रेड्डी के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ा था.

पार्टी के विधायक, सांसद, कॉरपोरेटर्स और कार्यकर्ता ​विभिन्न मुद्दों पर लोगों की समस्याएं सुनने के लिए हैदराबाद के दारुस्सलाम में स्थित पार्टी कार्यालय में मौजूद रहते हैं. यह कार्यालय हफ़्ते में छह दिन खुला रहता है.

हिंदू विरोधी होने से इनकार
शरत कहते हैं कि एमआईएम ने उन्हें पार्टी की तरफ़ से चुनाव लड़ने का मौक़ा दिया है और पार्टी राजनीति के बजाए लोगों को महत्व देती है.

वह दावा करते हैं कि एमआईएम हिंदू विरोधी पार्टी नहीं है और ये असल में कमज़ोर वर्ग के लोगों के लिए काम करती है.

उन्होंने ये भी बताया कि एमआईएम ने हिंदू उम्मीदवारों को भी कई बार टिकट दिया है. इनमें प्रकाश राव, ए सत्यनारायण और हैदराबाद के मेयर रह चुके अलमपल्ली पोचया शामिल हैं. उन्होंने ख़ासतौर पर बताया कि अलमपल्ली पोचया दलित हैं.

एमआईएम ने विधानसभा चुनावों के दौरान भी कई हिंदू नेताओं को टिकट दी है. नवीन यादव, शरत नालिगंती, मुरलीधर रेड्डी ने एमआईएम की तरफ़ से विधानसभा चुनाव लड़ा था.

Tuesday, November 13, 2018

परिवार के झगड़ों या नेताओं की नाराजगी से कट गए बड़े अंतर से जीतीं महिला एमएलए के टिकट

पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा की महिला विधायकों का जीत का प्रतिशत बेहतरीन था। 25 महिलाओं को टिकट दिए जिनमें से 23 जीतकर आईं। मौजूदा चुनावों के लिए जारी 131 प्रत्याशियों की पहली सूची में सिर्फ 15 महिलाओं को टिकट दिया गया, पांच के टिकट काटे गए और छह पर संशय है। टिकट कटने और अटकने की बड़ी वजह परिवार के झगड़े और बड़े नेताओं की नाराजगी को बताया जा रहा है। पुरुष विधायकों की तरह अपने टिकट के लिए लाबिंग करने में भी ये पीछे रह गईं।

तीन के टिकट पुरुषों को मिले
जिन महिला विधायकों के टिकट काटे गए उनमें से तीन के टिकट पुरुषों को मिले हैं। इसमें अमृता मेघवाल का टिकट जोगेश्वर गर्ग, द्रोपदी मेघवाल का धर्मेंद्र मोची, अनिता कटारा का शंकरलाल देथा को दिया गया है। वहीं बाड़मेर से चुनाव हार चुकी प्रियंका का टिकट कर्नल सोनाराम तथा सोजत से संजना आगरी का टिकट शोभा चौहान को मिला है। दो सीटें ऐसी भी है जहां पुरुष प्रत्याशी का टिकट काटकर महिला को दिया गया है। इसमें कोलायत से देवी सिंह भाटी का टिकट उनकी पुत्रवधू पूनम कंवर को दिया गया है।

पिछले चुनाव की इन नेत्रियों के टिकट काट पुरुषों को दे दिए
अमृता मेघवाल- पिछले चुनावों में 46 हजार के बड़े अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी को हराया था। इसके बाद भी उनका टिकट कट गया। उनकी जगह जोगेश्वर गर्ग को मौका दिया गया है। बताया जा रहा है कि जोगेश्वर गर्ग के संघ से काफी अच्छे रिश्ते हैं।
द्रोपदी मेघवाल- पीलीबंगा से कांग्रेस के दमदार प्रत्याशी विनोद कुमार को 10 हजार वोटों से हराया। लेकिन इनका टिकट धर्मेंद्र मोची को दिया गया है। ये ओम माथुर के करीबी माने जाते हैं।
प्रियंका चौधरी- बाड़मेर से प्रियंका चौधरी कांग्रेस के मेवाराम से 5 हजार से ज्यादा वोटों से हार गई थीं। अब भाजपा ने यहां से कर्नल सोनाराम को उतारा है। सोनाराम को लेकर बार-बार अटकलें लगाई जा रही थीं कि वे कांग्रेस में जा सकते हैं ऐसे में इस क्षेत्र में पार्टी को नुकसान से बचाने के लिए उन्हें टिकट दिया गया।
संजना आगरी- कांग्रेस की संगीता आर्य को 20 हजार वोटों से हराया। उनकी जगह शोभा चौहान को टिकट दिया। शोभा के पति राजेश वर्मा आरएएस ऑफिसर हैं जो केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल के ओएसडी रहे हैं।
अनिता कटारा- सागवाड़ा सीट से कांग्रेस के सुरेंद्र कुमार को लगभग 600 वोटों से हराया था। उनका टिकट काट कर शंकरलाल देथा को दिया गया। टिकट इसलिए कटा क्योंकि परिवार में ही झगड़ा चल रहा था। ससुर कनकमल कटरा भी टिकट की दावेदारी कर रहे थे।
इनका टिकट अटका
विधायक अल्का सिंह गुर्जर, शिमला बावरी, राजकुमारी जाटव, सवाईमाधोपुर से दीया कुमारी और पिछला चुनाव हार गईं सुनीता मीणा, रोहिनी कुमारी के टिकट पर अभी असमंजस है

निर्दलीय ने काटा बच्चू सिंह का टिकट
बयाना से विधायक बच्चू सिंह का टिकट काट कर ऋतु बनावत को दिया गया है। बनावत 2013 में इस सीट पर निर्दलीय खड़ी होकर बच्चू सिंह से मुकाबला कर चुकी हैं। बच्चू सिंह उनसे पांच हजार से भी कम अंतर से जीत थे। निर्दलीय रहते हुए भी बनावत 37 हजार वोट ले गईं थी।

भाटी ने की पुत्रवधू के टिकट की पैरवी
कोलायत में देवी सिंह भाटी पिछला चुनाव हार गए थे। अब उनकी जगह उनकी पुत्रवधू पूनम कंवर को टिकट दिया गया है। भाटी ने पिछले चुनावों में ही ऐलान कर दिया था कि वे अब आगे चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसलिए उन्होंने पुत्रवधू पूनम कंवर के लिए टिकट मांगा था।